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जैन समुदाय के २२००० लोगो की हत्या किसने करवाई थीं ?

इतिहास की एक ऐसी घटना जिसे पढ़ने या सुनने मात्र से रोंगटे खड़े हो जाएंगे,बात 500 साल पुरानी है,मगर हमें कभी पढ़ाया नहीं गया की कहा और कब हमारे जैन समुदाय के २२००० लोगो की हत्या किसने करवाई थीं ? गोवा में राजा कुमुद का साशन था, मगर उसपर पोर्टुगीझो ने हमला करके कब्जा कर लिया, पोर्टुगीझ सेना के साथ बड़ी संख्या में ईसाई धर्म गुरुओ की फ़ौज भी उतार दी गयी थी उस दौरान, मकसद था मात्र हिन्दुस्तानियो का धर्म परिवर्तन करवाना,

जैन समुदाय के २२००० लोगो की हत्या किसने करवाई थीं? यह काले इतिहास की शुरुआत ...... 


 फ्रांसिस जेवियर  मई 1542  को ईसाई धर्म का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार के लिए हिंदुस्तान की भूमि पर एक संकल्प के साथ आता है,
फ्रांसिस जेवियर जो क्रूर व्यक्ति था, वो एक संकल्प के साथ हिन्दुस्तान में आया था, आते ही उसने ज्यादा से ज्यादा हिन्दुस्तानियो का धर्म परिवर्तन करवाने के लिए साम दाम दंड भेद निति का अमल शुरू करा, 
पोर्टुगीझ सेना के साथ आऐ सभी ईसाई धर्म गुरुओंको अलग अलग गांव में भेजा जाता है, जो भी हिन्दुस्तानी ईसाई धर्म अंगीकार नहीं करता उसे डराया जाता, नहीं मानता तो दण्डित करा जाता था,

 जैन समुदाय पर आया धर्म संकट 

उस दौरान गोवामें राजा कुमुद थे, फ्रांसिस जेवियर राजा कुमुद को बुलाता है और गोवा के सभी जैन लोगो को ईसाई धर्म अपना ने कहते है,सोचने के लिए 6 माह का समय दिया जाता है,
अहिंसा परमो धर्म में मानने वालो के सामने बड़ा धर्म संकट आता है, छः महीने तक अनेक तरकीबे आजमाई जाती है सभी जैन धर्मि लोगो को धर्म परिवर्तन करवाने के लिए, 
(अगर  कोई आपकी कनपट्टी पर  छः महीने  तक  पिस्तौल ताने रहे तो कैसा लगेगा,कैसे जिएंगे ? )
मगर जैन धर्मी लोग अपने धर्म पर अटूट श्रद्धा रखते है, सभी ने एक जुट होकर तय कर दिया की प्राण दे देंगे मगर धर्म परिवर्तन हरगिज नहीं करेंगे,

जैन समुदाय के २२००० लोगो की हत्या हिंदुस्तान का सबसे बड़ा हत्याकांड

तक़रीबन 22000 जैन धर्मि स्त्री-पुरुष-बच्चे-जैन गुरु सभी को फ्रांसिस जेवियर के आदेश पर एक कतार में खड़े रख्खे और पोर्टुगीझ की फ़ौज सभी को क्रूर तरीके से मारने लगी, शुरुआत में डराने के लिए किसी के जबड़े तोड़ते और जीभ को काटते, तो किसी के शरीर के एक एक अंग को काटा जाता था, लोग चीखते रहते और 
फ्रांसिस जेवियर ठहाके मारकर हँसता रहा था, फिर भी जैन समुदाय के लोग अपने निर्णय पर अडिग रहे, तब सभी को कतार में खड़े करके तोप के गोलों से भून दिया जाता है, एक भी व्यक्ति नहीं बच पायी, इतनी क्रूर मौत कोई शैतान या राक्षस भी नहीं देता,

फ्रांसिस जेवियर बने सेंट फ्रांसिस जेवियर

22000 जैन समुदाय के लोगो की हत्याओं की खबर Italy Rome के Pope तक जाती है, जो फ्रांसिस जेवियर को "सेंट फ्रांसिस जेवियरSt.Francis Xavier  नाम देने के साथ संत जैसी उपाधि से सम्मानित भी करते है,
( आखिर कौन से धर्मग्रंथ में लिखा है निर्दोष लोगो से जोर जबरदस्ती करते हुए किसी भी धर्म का पालन  करवाए ? )

सेंट फ्रांसिस जेवियर के अरमान 

St.Francis Xavier की ख्वाइश थी की हिंदुस्तान के हर कोने में चर्च और प्रत्येक चर्च में एक स्कूल बनाऐ, जिसके लिए उसे मोटी रकम पॉप के कहने पर पोर्टुगीझ शासन के जरिये मिलि थी ,
सेंट फ्रांसिस जेवियर पोर्टुगीझ राजा के शरण में उसके सैन्य शक्तियो का इस्तेमाल करते हुए हिन्दुस्तान में ईसाई धर्म का फैलावा करता है,जब तक वह ज़िंदा रहा यही कृत्य करता रहा,
उसके बाद हिन्दुस्तान में अनेक चर्च और स्कूल भी बने जिसे नाम दिया जाता था सेंट फ्रांसिस जेवियर्स ( St.Francis Xavier)  जो प्रथा  आज भी चल रही है,

 जैन समुदाय के २२००० लोगो की हत्या किसने करवाई थीं ? यह जानने के बाद सवाल खड़े होने ही है 

ऐसी क्रूर व्यक्ति के नाम को हिन्दुस्तान में आज भी क्यों एक विशेष स्थान प्राप्त है ?
जलियावाला बाग़ जहा तक़रीबन 379 लोगो की ब्रिटिशरो ने ह्त्या करी थी उसके बारे में ही क्यों इतिहास में हमें पढ़ाया जाता है क्यों 22000 जैन हत्या के बारे मे इतिहास में पढ़ाया नहीं जाता ?
क्यों हम हिन्दुस्तानी आज भी हमारे बच्चो को ऐसी संस्थान में पढ़ाने उतावले होते है ?

संवादाता -राजु ऐस.पटेल 
जैन समुदाय के २२००० लोगो की हत्या किसने करवाई थीं ?दर्दनाक इतिहास पढ़ने के बाद अपनी राय कॉमेंट बॉक्स में दे और इस इतिहास को ज्यादा से ज्यादा  लोगो तक अवश्य पहुंचाए,

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