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किसान आंदोलन साजिश और छलावा उजागर हो गया है ?

मोदीजी जो भी करते है उसके मूल यानी की नींव से करते है, यानी किसी चीज में खराबी है तो उसके मूल यानी नींव को भी उखेड़ फैको,और मजबूत नींव डालो, जिससे सालो तक कोई नुक्सान ना हो,किसान के लिए जो विधायक लाया गया उसका भी कुछ ऐसा ही है,जिससे बड़े बड़े नेता का हाल ख़राब कर दिया गया है, अनेक दिग्गज की लूंट मोदी के नए कानून के वार से समाप्त हो गयी है, उन्ही की साजिश है यह आंदोलन,,,,, 


KISAN AANDOLAN
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किसान को होने वाले फायदे 

बुआई के समय से ही किसान कम्पनी के साथ कॉन्ट्रेक्ट कर सकता है,किसान को कॉन्ट्रेक्ट के समय ही एडवांस रकम मिल सकती है जिससे उसे बुआई के लिए किसी बिचौलिए के आगे अपना हाथ ना फैलाना पड़े, कम्पनी किसान को फसल सहायता के लिए अच्छी टेक्नोलॉजी भी दे सकती है,फसल के सामने तुरंत पैसा भी मिलता है, इसके  सिवा किसान अपनी फसल कही भी बेचने के लिए स्वतंत्र है,

विस्तृत तरीके से समजे विरोध क्यों 

बिचौलिए थे उन की आमदानी पर नरेन्द्र मोदी सरकार ने बुलडोजर घुमाया है तो दर्द तो होना ही था, और यह दिग्गज आज नेता बने बैठे है,वह भी सिर्फ यह दो-चार नेता नहीं, सभी पार्टी में ऐसे नेता है और ख़ास कर वह नेता  राज्य लेवल की पार्टिया बना के उसके अध्यक्ष बन बैठे है, यह उससे पता चलता है की देश में 500 किसान संगठन है उनके नेता ऐसी छोटी छोटी प्रादेशिक राजकीय पार्टी से जुड़े है, और उन किसान नेताओ की लाइफ स्टाइल देश के सामने उजागर होंगी तो सच अपने आप सामने आ जाएगा,

अभी तक़रीबन 35 जितने संगठन के किसान आंदोलन कर रहे है,पूरे भारत में से 35 किसान संगठन लीडर्स  किसान वार्ता में शामिल हुए,जिसमे पंजाब के थे 33,और हरियाणा एवं उत्तरप्रदेश के, बाकी किसी भी स्टेट का कोई भी संगठन, किसान वार्ता में शामिल नहीं हुआ, इसे आप पंजाब और विपक्षी पार्टियों की साजिश नहीं तो और क्या कहेंगे ? 

आंदोलन में बैठे 80 प्रतिशत किसान को मालुम नहीं कानून क्या है ? काला कानून कैसे ? वह दिल्ही क्यों आया है वह भी पता नहीं उसे,सभी किसान भी नहीं है,  

प्रूफ वीडियो देखे - किसान आंदोलन की सत्यता एवं नए कानून का फायदा 

एवं १ दिसंबर का ZEE न्यूज़ DNA भी देख सकते है 

योगेंद्र यादव, मेघा पाटकर,रावण,पप्पू यादव,खालिस्तानी एवं टुकड़े गेंग के लोग, कैनेडा एवं यूरोप में बैठे खालिस्तानी लोग भी इस आंदोलन का फायदा उठा रहे है, यह सभी हकीकत जानने के बाद लगता है की किसान आंदोलन साजिश और छलावा उजागर हो गया है, 

सरकार को नए कानून के फायदे गरीब किसान तक सच पहुँचाना जरुरी है ,क्यूंकि लाखो किसान लोगो को चंद लोग बेवकूफ बना रहे है,यहाँ तक की विदेशी ताकतो एवं उसके गुलाम एवॉर्ड वापसी गेंग जो मोदी विरोधी है वह भी इसमें शामिल है,

Note - बीजेपी कार्यकर्ता,नेता इस पोस्ट को इस बातो को ज्यादा से ज्यादा किसानो एवं देश वासियों तक पहुंचाए,  और मोदी सरकार के समर्थन में सोश्यल मीडिया पर ज़रूर लिखे और  नकली किसानो को उजागर करे, जय हिन्द ,


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