शिवसेना MLA प्रताप सरनाईक ने उद्धव ठाकरेजी को मोदीजी के साथ जुड़ने का पत्र लिखा या किसीने लिखवाया ?
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार में चल रही खींचतान के बीच शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने दस दिन पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि यदि शिवसेना पीएम नरेंद्र मोदी से जुड़ती है तो फायदे में रहेगी।
प्रताप सरनाईक ने शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे को लिखा पत्रसमाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रताप सरनाईक ने महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र में कहा- “NCP और कॉन्ग्रेस अपना खुद का सीएम चाहते हैं। कॉन्ग्रेस अकेले चुनाव लड़ना चाहती है और NCP शिवसेना से नेताओं को तोड़ने की कोशिश कर रही है। ऐसा लगता है कि NCP को केंद्र से परोक्ष समर्थन प्राप्त है, क्योंकि NCP नेताओं के पीछे कोई सेंट्रल एजेंसी नहीं लगी है।”
सरनाईक आगे लिखते हैं, “हम आप पर और आपके प्रतिनिधित्व पर विश्वास करते हैं, लेकिन कॉन्ग्रेस और NCP हमारी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। मेरा मानना है कि अगर आप पीएम मोदी के करीब आते हैं तो बेहतर होगा। अगर हम एक बार फिर साथ आ गए तो यह पार्टी और कार्यकर्ताओं के लिए फायदेमंद होगा।”
शिवसेना विधायक उद्धव ठाकरे से अपील करते हैं और लिखते है की , “बिना किसी गलती के सेंट्रल एजेंसियाँ हमें निशाना बना रही हैं, अगर आप पीएम मोदी के करीब आते हैं तो रवींद्र वायकर, अनिल परब, प्रताप सरनाईक जैसे नेताओं और उनके परिवारों की पीड़ा समाप्त हो जाएगी। यह कार्यकर्ताओं की भावना है।”
गौरतलब है कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक फिलहाल ईडी के शिंकंजे में हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ महानगर पालिका चुनाव में गठबंधन हुआ तो उसका फायदा शिवसेना को होगा। सरनाईक का कहना है कि राज्य और केंद्र के संघर्ष के बीच वे पिस रहे हैं। सरनाईक ने उनके गायब होने के भाजपा के आरोपों को एक तरफ से खारिज करते हुए बताया की ईडी की कार्रवाई के बाद से अदालती प्रक्रिया शुरू है, वे उसी में व्यस्त हैं। इसको लेकर विरोधी बिना मतलब दुष्प्रचार कर रहे हैं। मालूम हो कि सरनाईक को लेकर भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया, ठाणे में भाजपा अध्यक्ष, विधायक निरंजन डावखरे के नेतृत्व में वर्तक थाने के करीब मानव शृंखला बनाई थी। इस दौरान उन्हें मिस्टर इंडिया कहा गया था। इसी पर उन्होंने अपना जवाब दिया।
बता दें कि महाराष्ट्र की सत्ताधारी ‘महा विकास अघाड़ी (MVA)’ सरकार में फूट अब सतह पर आ गई है। इससे पहले कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा था कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ सकती है। शिवसेना के स्थापना दिवस पर पार्टी सुप्रीमो और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो अकेले लड़ने का फैसला करेगा, जनता जूते-चप्पलों से उसकी पिटाई करेगी।
पार्टी के 55वें स्थापना दिवस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना काल में हृदयविदारक स्थिति है और लोगों का रोजगार चला गया गया है, उनकी रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। इसके बाद उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में कोई अकेले लड़ने की बात करेगा तो जनता उसे जूतों से मारेगी।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की इस बात ने कांग्रेस को घायल करा और कांग्रेस के नेता सटपटाने लगे,हालांकि प्रताप सरनाईक को यह भी सोचना होगा की केंद्रीय एजंसिया हमारे कर्मो के चलते हमारे घर छापे मार सकती है, मोदी के चलते नहीं, अगर ऐसा ही होता तो किसी बड़े नेता के घर पर भी छापे ज़रूर पड़ते,
हां प्रताप सरनाईक की यह बात से सभी सहमत होंगे की शिवसेना बीजेपी से नहीं जुड़ेगी तो नुक्सान शिवसेना को अवश्य होना है, मगर सबसे बड़ा सवाल की अब बीजेपी शिवसेना पर कितना भरोसा कर सकती है ?
टिप्पणी : अब सबसे बड़ा सवाल यह है की यह पत्र प्रताप सरनाईक ने लिखा है या उनसे पार्टी ने ही लिखवाया है ? मानलिया की वह ईडी के चक्कर में फंसे है,मगर सवाल यह है की क्या जो बाते पत्र में लिखी है वह उद्धव ठाकरे या संजय राउत को पता नहीं ?
मगर जनता को लगता है की यह पत्र कांग्रेस और NCP को कंट्रोल में रखने (या यह दिखने की हम फिरसे बीजेपी के साथ सरकार बना सकते है) जरूर लिखवाया गया हो सकता है, नहीं तो ऐसा पत्र मिडिया तक नहीं पहुँचता ?
बीजेपी के लोग कहते है की उन्हें अब भरोसा नहीं रहा शिवसेना पर, जो भरोसा श्री बालासाहेब ठाकरे जी की जुबान पर था वह उद्धव जी की जुबान पर रखना अब संभव नहीं हो सकता,
मगर हमारा मानना है की राजनीती में कुछ भी पॉसिबल हो सकता है
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