Breaking News

एंटीलिया केस में एनकाउंटर स्पेश्यलिस्ट और शिवसेना नेता प्रदीप शर्मा गिरफ्तार

25 फरवरी को देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी एक एसयूवी पार्क की गई थी। यह गाड़ी हिरेन की थी जो बाद में रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत मिले थे।

    शिवसेना नेता और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा को एनआईए ने किया गिरफ्तार (फोटो : इंडियाहेराल्ड )

अब तक पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, रियाजुद्दीन काजी, सुनील माने, पूर्व पुलिस कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे, क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौर, संतोष शेलार और आनंद जाधव की गिरफ्तार हो चुकी है। 

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ( NIA ) ने शिवसेना नेता और पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को मनसुख हिरेन मर्डर केस और मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक रखे जाने के मामले में गुरुवार 17 जून को गिरफ्तार किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार सुबह मुंबई के उपनगरीय इलाके अंधेरी में शर्मा के निवास पर एनआईए ने छापेमारी की। इसके अलावा शर्मा के एनजीओ पर भी छापेमारी की गई।

इंडिया टुडे द्वारा भी यह रिपोर्ट दी गई थी कि डाटा के तौर पर प्राप्त हुए सबूतों से भी एंटीलिया और मनसुख हिरेन मर्डर केस में प्रदीप शर्मा की संलिप्तता की जानकारी मिली है।

एनआईए के अनुसार संतोष और आनंद मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी एसयूवी खड़ी करने के आरोपित हैं। प्रदीप शर्मा को 28 जून तक की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। शर्मा के नाम पर 113 एनकाउंटर दर्ज हैं। वे 2019 में ​शिवसेना के टिकट पर नालासोपारा सीट से विधानसभा चुनाव भी लडे और हारे थे।

25 फरवरी को देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी एक एसयूवी पार्क की गई थी। सचिन वाजे ने सबसे पहले इस केस का भार अपने ऊपर लिया था और उस जगह पर भी सबसे पहले भी वही पहुँचा था। उसने बताया था कि घटनास्थल पर एक एसयूवी है जिसमें जिलेटिन रॉड और एक धमकी भरा पत्र मिला है। हालाँकि बाद में वह पत्र फर्जी निकला था।

एंटीलिया के बाहर मिली एसयूवी ठाणे के एक व्यापारी मनसुख हिरेन की थी जो रहस्यमयी परिस्थितियों में बाद में मृत मिला था। वाजे और मनसुख हिरेन के बीच संबंध सामने आने पर महाराष्ट्र एटीएस ने केस अपने हाथ में ले लिया था। वाजे को 15 साल निलंबित रहने के बाद अचानक ही मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में बहाल किया गया था। और निलंबन के दौरान वह भी शिवसेना का नेता बन चुके थे,

मुकेश अम्बानी देशके बड़े उद्दोगपति है,यह केस को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा मचाया,जिसके  चलते इस मामले को एनआईए को सौंप दिया गया। एनआईए ने वाजे के पूर्व सहयोगी असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर रियाजुद्दीन काजी, पुलिस कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौर को गिरफ्तार किया। इस केस ने मुंबई के कमिश्नर और गृहमंत्री की कुर्सी खिंचली है 

जानकारी के अनुसार प्रदीप शर्मा और सचिन वाजे  मिलकर मनसुख की हत्या करवाई थी ,जिसकेलिए इन्होने दो कॉन्स्टेबल को खूब रुपये भी दिए थे,और यह खुद मनसुख की हत्या करनेवाले दो कॉन्स्टेबल ने NIA के सामने काबुल किय, NIA को प्रदीप शर्मा के अँधेरी निवास्थान से कुछ सबूत भी मिले है,


कोई टिप्पणी नहीं

आपको किसी बात की आशंका है तो कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखे