उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देने से शरद पवार ने क्यों रोका- क्या होगा अब शिवसेना का ? पढ़े असली वजह
एकनाथ शिंदे जब पहले दिन महाराष्ट्र से अपने साथियोको लेकर सूरत पहुंचे तभी और गुवहाटी में शिवसेना के 37 विधायक पहुँचनेके बाद भी उद्धव ठाकरे इस्तीफा देना चाहते थे मगर दोनों बार उन्हें शरद पवारने रोक दिया,आखिर क्यों ? कई लोगोका कहना है की इसके पीछे भी बड़ी खतरनाक राजनीति है...
तस्वीर साभार पत्रिका
दर असल शिवसैनिक यह भूल गए है की वह और उनके नेताओंने शरद पवार और उनकी पार्टी को कितनी गाली दी थी महा विकास आघाडी सरकार की स्थापना से पहले ? अब ढाई साल से शरद पवार को मौक़ा मिला तो क्या वह छोड़ेंगे या व्याज सहित बदला लेंगे ?
कई पोलिटिकल विशेषज्ञों का मानना है की यह खेला खड़ा करने की स्क्रिप्ट शरद पवार ने संजय राउत के साथ मिलकर की हुई ज्यादा लगती है,
संजय राउत तो ऐसे भी शिवसेना को और बाला साहेब ठाकरे जी और उद्धव ठाकरेजी को रोड पर लाना था जो कसम उन्होंने जब बालासाहेब थे तब खाई थी,
उद्धव ठाकरे को दो बार इस्तीफा देने से रोकने के पीछे शरद पवार की मंशा स्पस्ट दिखाई पड़ती है की उनकी सरकार गिर जाए तो भले मगर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बिच कोई समाधान हो,बल्कि वह तो चाहते है मामला लंबा खींचे और बाकी बचे शिवसेना के MLA भी एक एक करके एकनाथ शिंदे की और चले जाए,और हो भी वही रहा है, और आज सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह डेप्युटी स्पीकर पर जो सवाल उठाये क्या वह शारद पवार नहीं जानते थे,मगर यह भी उन्होंने शिवसेना तोड़कर ठाकरे परिवार को राजनीति से दूर करने बिछायी शतरंज की एक चाल ही है, और अभी तक यही हो रहा है,यह लिख रहे है तब भी एक और विधायक महाराष्ट्र छोड़कर गुवहाटी की उड़ान भर रहे है,
और यह बाजी तभी से बिछाई जब से सरकार बनी, क्यूंकि सरकार का जो बजट घोषित होता था उसके 57 पैसा शरद पवार की पार्टी के अंदर जो मंत्रालय है उनको मिलता था, और शिवसेना को सिर्फ 16 प्रतिशत ही मिलता,यानी शरद पवार ज्यादा मलाई अपने पास रखते थे और बचाखुचा शिवसेना के पास जाए,और यही माहौल शिवसेना को तोड़ने का पहला कदम था, और आज की परिस्थति अंतिम कदम से पहले है, और इसका अंत होगा की उद्धव ठाकरे के हाथो से शिवसेना छूट जाना,
बालासाहेब ठाकरे जी अक्सर कहा करते थे की शरद पवार इंडिया का वह पॉलिटिशयन है जो तेल लगाकर राजनीति करते है जो कभी भी कोई मामले में पकडे नहीं जाएगे,
सुनने में आया है की शरद पवार दिल्ही में बीजेपी के बड़े नेताओ मिलकर कुछ अलग खिचड़ी पका रहे है,
तो दोस्तों महाराष्ट्र में कल कोई और गठजोड़ की सरकार बने टी ो चौंकिएगा मत
अब शिवसेना को बचा सकते है तो वह है उद्धव ठाकरे ,अगर वह यह गन्दी राजनीति को समझते है तो,
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